Diabetes Home Remedy:
ब्लड शुगर को काबू में करने के लिए कुछ धरेलू उपाय बेहद कारगर साबित हो सकते हैं।जिसमें से एक बेहद कारगर घरेलू नुस्खे के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।कृपया इस जानकारी को ध्यान पूर्वक पूरा पढ़े।
शुगर के लिए घरेलू उपचार:आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने गलत खान-पान और बदलते रहन-सहन के कारण लोग कई तरह के गम्भीर रोगों की चपेट में आते जा रहे हैं।जिनमें डायबिटीज सबसे प्रमुख रोगों में से एक है।पहले के समय में ऐसा माना जाता था कि डायबिटीज सिर्फ 40 वर्ष से ऊपर के लोगों में होने वाला रोग है लेकिन यह पूर्ण रूप से सत्य नहीं है।क्योंकि आज के समय में छोटे-छोटे बच्चों में भी यह रोग बड़ी ही आसानी से देखने को मिल जाता है।
डायबिटीज होने पर पैंक्रियाज में इंसुलिन हार्मोन का बनना कम हो जाता है जिसका नतीजा यह होता है कि ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है।यदि समय से इस भयावह रोग का इलाज न किया जाय तो यह शरीर के की अंगों को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर सकता है।जिनमें प्रमुख रूप से आँखों से कम दिखाई देना,किडनी का फेल हो जाना आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं।लेकिन सबसे बड़ा चिन्ता का कारण यह है कि इस रोग का कोई भी परमानेंट इलाज इस पूरी दुनिया में मौजूद नहीं है।बस केवल इसे कुछ दवाओं के सेवन और उचित खान-पान तथा जीवन शैली में बदलाव करके कंट्रोल किया जा सकता है।इसके अलावा कुछ घरेलू उपाय भी मौजूद हैं जिसकी सहायता से शुगर लेबल को कंट्रोल किया जा सकता है।आज के इस लेख की सहायता से हम एक ऐसे घरेलू उपाय के बारे में बताने जा रहें हैं जिसके प्रयोग से बड़ी ही आसानी से ब्लड शुगर लेबल को कंट्रोल किया जा सकता है।तो क्या है वह उपाय आइये विस्तार से जानते हैं-
शुगर में अर्जुन की छाल के फायदे | Benefits Of Arjuna Bark in Diabetes in Hindi
अर्जुन की छाल शुगर के रोगियों के लिए एक अमृत के समान गुणकारी औषधि है।अर्जुन की छाल में अनेकों प्रकार के औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो शरीर में होने वाले अनेकों प्रकार की बीमारियों को दूर करने की क्षमता रखते हैं।आयुर्वेद में शुगर का इलाज करने के लिए अर्जुन की छाल का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है।क्योंकि अर्जुन की छाल में ऐसे एंजाइम्स पाए जाते हैं जो पैंक्रियाज से इंसुलिन हार्मोन के उत्पादन को बढ़ावा देकर ब्लड में शुगर के लेबल को कम करने में मदद करते हैं।अर्जुन की छाल में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-डायबिटिक गुण मौजूद होते हैं जो ब्लड में शुगर को कंट्रोल करने में सहायता करते हैं।इसके अतिरिक्त इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण भी होता है जो सूजन को कम करने में सहायता करता है।अर्जुन की छाल में हृदय से सम्बंधित रोगों को भी दूर करने की क्षमता होती है।इसके रेगुलर प्रयोग से किडनी और लिवर से सम्बंधित बीमारियों में भी आराम मिलता है।
शुगर में अर्जुन की छाल का उपयोग कैसे करें? | How To Use Arjun Bark For Diabetes in Hindi
ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए अर्जुन की छाल का उपयोग कई तरीके के किया जा सकता है।जिसमें प्रमुख रूप से अर्जुन की छाल को दूध में उबाल कर पिया जा सकता है।
अर्जुन की छाल कितनी मात्रा में लेनी चाहिए | How Much Arjun Bark Should Be Taken in Diabetes
ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए अर्जुन की छाल के पाउडर को एक से डेढ़ चम्मच की मात्रा में दूध में उबाल कर लेना चाहिए।यदि आप चाहे तो इसे पानी में उबाल कर इसका काढ़ा बनाकर भी सेवन कर सकते हैं।