नई दिल्ली, 5 सितंबर, 2024 — सर्दी-जुकाम के मौसम में अक्सर माता-पिता अपने बच्चों की सेहत को लेकर काफी चिंतित रहते हैं। बच्चों को सर्दी-जुकाम से राहत दिलाने के लिए कई तरह के घरेलू उपाय अपनाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि रम या ब्रांडी जैसे अल्कोहलिक ड्रिंक्स बच्चों के लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं? हाल ही में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने माता-पिता को चेतावनी दी है कि वे बच्चों को सर्दी-जुकाम में रम या ब्रांडी देने से बचें।
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Toggleबच्चों के लिए अल्कोहल का खतरा
WHO के मुताबिक, बच्चों को अल्कोहल देना उनकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। बच्चों का शरीर अल्कोहल को ठीक से मेटाबोलाइज नहीं कर पाता, जिससे कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। बच्चों की लीवर और किडनी पूरी तरह विकसित नहीं होती, इसलिए अल्कोहल उनके शरीर पर बुरा असर डाल सकता है। कई मामलों में बच्चों में अल्कोहल पॉइजनिंग भी हो सकती है, जो जानलेवा साबित हो सकती है।
अल्कोहल और बच्चों की इम्यूनिटी
सर्दी-जुकाम के दौरान बच्चों का इम्यून सिस्टम पहले से ही कमजोर होता है। WHO के अध्ययन के अनुसार, इस दौरान अगर बच्चों को अल्कोहल दी जाती है, तो उनकी इम्यूनिटी और भी कमजोर हो जाती है। इससे बच्चों को अन्य बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। सर्दी-जुकाम के उपचार के लिए अल्कोहल के प्रयोग को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है, क्योंकि इससे बच्चों की सेहत में सुधार होने के बजाय स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
अपने बच्चों को क्यों देते हैं माता-पिता रम या ब्रांडी?
अक्सर भारतीय परिवारों में यह धारणा है कि रम या ब्रांडी सर्दी-जुकाम को ठीक करने में मदद करती है। इस गलतफहमी के चलते कई माता-पिता बच्चों को अल्कोहल दे देते हैं। यह सोचकर कि अल्कोहल शरीर को गर्म रखेगी और बच्चों को सर्दी-जुकाम से राहत मिलेगी। लेकिन यह एक बहुत बड़ा मिथक है। सच्चाई यह है कि अल्कोहल शरीर के तापमान को प्रभावित करती है, लेकिन यह बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है।
बच्चों के सर्दी-जुकाम के वैकल्पिक उपाय क्या हो सकते हैं?
अगर आपका बच्चा सर्दी-जुकाम से पीड़ित है, तो कई सुरक्षित और कारगर घरेलू उपाय मौजूद हैं, जिन्हें आजमाया जा सकता है:
- हर्बल चाय: बच्चों को तुलसी, अदरक और शहद के साथ हर्बल चाय देना सर्दी-जुकाम के लक्षणों को कम करने में मददगार होता है।
- भाप लेना: भाप लेने से बंद नाक खुलती है और गले की खराश में आराम मिलता है।
- गर्म सूप: चिकन सूप या वेजिटेबल सूप भी बच्चों के लिए फायदेमंद होता है। यह शरीर को हाइड्रेट रखता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
- विटामिन सी से भरपूर आहार: बच्चों के खानपान में नींबू, संतरा, आंवला जैसे विटामिन सी से भरपूर फलों को शामिल करें। ये इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
बच्चों के माता-पिता को WHO की सलाह
WHO की ओर से यह भी सलाह दी गई है कि बच्चों को सर्दी-जुकाम के दौरान खूब पानी पिलाएं और उनके आराम का पूरा ध्यान रखें। अगर सर्दी-जुकाम के लक्षण एक हफ्ते से ज्यादा बने रहते हैं या बच्चे को बुखार है, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। WHO ने स्पष्ट किया है कि सर्दी-जुकाम के उपचार में कोई भी घरेलू उपाय, जिसमें अल्कोहल शामिल हो, का प्रयोग न करें।
बच्चों के शरीर पर अल्कोहल का दीर्घकालिक प्रभाव
WHO के अनुसार, बच्चों को अल्कोहल देने से उनके मानसिक और शारीरिक विकास पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। अल्कोहल का सेवन बच्चों के मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे उनकी सीखने की क्षमता और स्मरण शक्ति में गिरावट आ सकती है।
डॉक्टर्स का क्या कहना है?
डॉक्टर भी इस बात से सहमत हैं कि अल्कोहल का उपयोग बच्चों के लिए कभी भी उचित नहीं है। पीडियाट्रिक एक्सपर्ट्स का मानना है कि बच्चों का मेटाबॉलिज्म अल्कोहल को संभालने के लिए सक्षम नहीं होता। डॉ. अनिता शर्मा, एक प्रसिद्ध बच्चों की डॉक्टर, कहती हैं, “अल्कोहल बच्चों के लिए विष के समान है। कोई भी माता-पिता यह जोखिम न उठाएं कि एक घरेलू उपाय के नाम पर अपने बच्चे की जान को खतरे में डालें।”
माता-पिता के लिए सलाह
WHO के निर्देशों को गंभीरता से लेते हुए, माता-पिता को चाहिए कि वे अल्कोहल से दूर रहें और बच्चों के लिए सुरक्षित उपचार उपायों का चयन करें। अगर आप अपने बच्चे की सर्दी-जुकाम को लेकर चिंतित हैं, तो बिना देर किए चिकित्सक से परामर्श लें। सर्दी-जुकाम में अल्कोहल का प्रयोग एक पुरानी और खतरनाक गलतफहमी है, जिसे अब बदलना बहुत जरूरी है।